एक ऐसा स्टॉक इंडेक्स जो ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट की दुनिया में बहुत ही इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता है। आज के समय में शेयर मार्केट में Bank Nifty का नाम बहुत सुना जाता है लेकिन आप जानते है कि Bank Nifty क्या है? कैसे काम करता है और क्यों ये इतना पॉपुलर है
नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम बैंक निफ़्टी Bank Nifty की पूरी जानकारी देने वाले है
Bank Nifty क्या है What is Bank Nifty
बैंक निफ्टी, जिसे निफ़्टी बैंक के नाम से जाना जाता है NSE (National Stock Exchange) का एक स्टॉक इंडेक्स है जो भारत के टॉप बैंकिंग कंपनी को दर्शाता है। इस इंडेक्स में इंडिया की सबसे बड़ी और प्रमुख बैंक शामिल होती है इन बैंको का मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर चयन होता है।
बैंक निफ़्टी 12 बैंको का एक समूह होता है जो प्राइवेट और सरकारी बैंको का एक संयोजन होता है। ये 12 बैंक भारत के बैंकिंग सेक्टर को दर्शाते है और बैंक निफ़्टी का मूवमेंट इन्ही बैंको के स्टॉक प्राइस के मूवमेंट पर निर्भर करता है।
बैंक निफ़्टी में शामिल बैंक Banks includes Bank:
बैंक निफ़्टी Bank Nifty के अंदर जो 12 बैंक शामिल है उनके नाम इस प्रकार है:
- HDFC Bank
- ICICI Bank
- State Bank of India (SBI)
- Axis Bank
- Kotak Mahindra Bank
- IndusInd Bank
- Punjab National Bank (PNB)
- Bank of Baroda
- Federal Bank
- IDFC First Bank
- RBL Bank
- AU Small Finance Bank
पूरे Bank Nifty इंडेक्स के मूवमेंट को इन सभी बैंको का मार्केट परफॉरमेंस और ग्रोथ काफी इम्पैक्ट करता है
बैंक निफ़्टी कैसे काम करता है How does Bank Nifty work
स्टॉक मार्केट में जो भी कंपनी लिस्ट होती है उसका एक स्टॉक प्राइस होता है। जब सभी बैंक का स्टॉक प्राइस ऊपर या नीचे होते है तो Bank Nifty बैंक निफ़्टी भी उसी हिसाब से मूव करता है। ये स्टॉक इंडेक्स बैंक्स के शेयर प्राइस के परफॉरमेंस का एक स्नैपशॉट देता है।
बैंक निफ़्टी Bank Nifty प्राइस और वर्ष के आधार पर 1000 पॉइंट के साथ 2000 पॉइंट में स्थापित किया गया था उस समय से लेकर आज तक ये इंडेक्स काफी बढ़ गया है। कुल मिलकर अगर बैंक के स्टॉक प्राइस बढ़ते है तो बैंक निफ्ट Bank Nifty का लेवल ऊपर चला जाता है और अगर प्राइस घटता है तो इंडेक्स नीचे आता है।
बैंक निफ़्टी में निवेश कैसे करें How to Invest in Bank Nifty
बैंक निफ़्टी में निवेश करना डायरेक्ट स्टॉक में खरीदने से अलग होता है। आप डिरेक्ट्ले Bank Nifty इंडेक्स में निवेश नहीं कर सकते है लेकिन आप उसके डेरीवेटिव इंस्ट्रक्शन में निवेश कर सकते है जैसे बैंक निफ़्टी फ्यूचर, ऑप्शन, एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड Exchange Traded Funds (ETF)
ईटीएफ ETF:
ईटीएफ एक तरह का फंड्स होता है जो बैंक निफ़्टी के इंडेक्स के परफॉरमेंस को ट्रैक करता है ये उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है जो एक ही इंडेक्स में निवेश करना चाहते है
म्यूच्यूअल फंड्स Mutual Funds:
म्यूच्यूअल फंड्स भी बैंक निफ़्टी या बैंकिंग सेक्टर के स्टॉक में निवेश करते है। आप म्यूच्यूअल फंड्स के जरिये भी बैंक निफ़्टी में निवेश कर सकते है म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कैसे करे?
Bank Nifty में ट्रेडिंग कैसे की जाती है
बैंक निफ़्टी इंडेक्स पर ट्रेडिंग करना काफी आसान है और इसके लिए आपको शेयर मार्केट में एक ट्रेडिंग अकाउंट की ज़रुरत होती है। निफ़्टी और सेंसेक्स की तरह ही बैंक निफ़्टी पर भी फ्यूचर एंड ऑपशन्स Future and Options (F&O) ट्रेडिंग होती है। ये शार्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म ट्रेडर के लिए एक पॉपुलर इंडेक्स बन गया है
Futures:
फ्यूचर ट्रेडिंग आप Bank Nifty के फ्यूचर प्राइस के ऊपर लगाते लगते है जिसमे आपका एक फिक्स कॉन्ट्रैक्ट होता है जो एक Specific Date पर Settle होता है।
Options:
ऑप्शन्स ट्रेडिंग में बिना किसी ऑब्लिगेशन Obligation के एक निश्चित मूल्य पर Bank Nifty के कॉन्ट्रैक्ट को Buy or Sell कर सकते है आपको यह अधिकार होता है।
निफ़्टी 50 और बैंक निफ़्टी में क्या अंतर है
Nifty 50 और Bank Nifty दोनों ही स्टॉक मार्केट के इंडेक्स है लेकिन इनके बीच कुछ अंतर भी है Nifty50 50 बड़ी कंपनी का एक इंडेक्स है जो अलग अलग सेक्टर से आती है जैसे IT(Information Technology), Pharma, Energy, FMCG और Finance. निफ़्टी 50 भारत देश की अर्थव्यवस्था को चित्र देता है।
बैंक निफ़्टी सिर्फ बैंकिंग सेक्टर का ट्रैक करता है इसमें केवल 12 बड़े बैंक शामिल होते है बैंक निफ़्टी का मूवमेंट बैंकिंग सेक्टर पर डिपेंड करता है और यह ज्यादातर उन्ही स्टॉक के ऊपर निचे होने से बढ़ता घटता है
निष्कर्ष Conclusion:
बैंक निफ़्टी एक इम्पोर्टेन्ट स्टॉक इंडेक्स है जो इंडिया के तो बैंको को रिप्रेजेंट करता है अगर आप बैंकिंग सेक्टर या स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते है तो बैंक निफ़्टी को एनालिसिस आपको एक क्लियर पिक्चर देगा। के लिए भी यह एक पॉपुलर चॉइस है लेकिन इसमें रिस्क भी उतना ही होता है जितना रिटर्न मिलता है। इसलिए ट्रेडिंग करते वक़्त हमेशा सोच समझ कर निर्णय ले।
आशा है, कि आज के इस लेख आपके सारे सवालो का जवाब मिल मिल गया होगा अगर आप के मन कोई भी सवाल है तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से आप हमसे पूछ सकते है।