डिविडेंड क्या है What is Dividend full information

निवेश की दुनिया में एक ऐसा शब्द जो अक्सर सुनाई देता है Dividend Yield डिविडेंड यील्ड यह एक महत्पूर्ण फाइनेंसियल शब्द है जिसे समझना हर निवेशक के लिए आवश्यक है खासकर उन लोगो के लिए जो शेयर बाजार में निवेश करने की रुचि रखते है और लम्बे समय के लिए निवेश चाहते है तो डिविडेंड को समझना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है

सरल भाषा में समझे तो

एक कंपनी अपने फाइनेंसियल वर्ष में जितना प्रॉफिट कमाती है प्रॉफिट में से कुछ हिस्सा वह अपने शेयर होल्डर्स में एक्स्ट्रा इनकम के रूप में बांटती है जिसे हम Dividend या लाभांश कहते है।

नमस्कार, आज की इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएँगे की डिविडेंड यील्ड क्या होता है, डिविडेंड की गणना कैसे की जाती है, डिविडेंड क्यों महत्वपूर्ण है और इससे जुड़े और भी तथ्यों के बारे में जानकारी देंगे जानने के लिए आप को इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा

 

डिविडेंड क्या है What is Dividend?

डिविडेंड का सीधा सा मतलब है कि आप जिस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे है वह कंपनी आपको आपके निवेश पर कितना रिटर्न दे रही है। सरल शब्दों में, यह एक प्रतिशित के रूप में दिखाया जाता है और यह इस बात का संकेत होता है कि आपको उस कंपनी के शेयरों से कितना लाभांश (डिविडेंड) मिलेगा।

जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है तो उस कंपनी का मुनाफा होने पर वह मुनाफा आपको एक हिस्से के रूप में देती है जिसे डिविडेंड कहते है। यह डिविडेंड आपकी कुल निवेश राशि का कितना प्रतिशत है, उसे डिविडेंड यील्ड कहा जाता है

उदाहरण: मन लीजिये कि आपने किसी कंपनी के 100 रूपये के शेयर खरीदे है और हर साल आपको 5 रूपये का डिविडेंड देती है। इसका मतलब यह हुआ कि आपकी डिविडेंड यील्ड 5% है।

 

डिविडेंड के लाभ और हानि:

डिविडेंड के लाभ:

  • डिविडेंड से निवेशकों को बिना शेयर बेचे पैसे मिलते है।
  • नियमित डिविडेंड से पता चलता है कि कंपनी मुनाफा कमा रही है और स्थिर है।
  • शेयर की कीमत गिरने पर भी डिविडेंड से निवेशकों को पैसे मिलते रहते है।
  • अगर डिविडेंड को फिर से निवेश किया जाये तो ज्यादा रिटर्न मिलता है।
  • डिविडेंड से निवेशकों को कंपनी पर भरोसा बना रहता है
  • अच्छी डिविडेंड देने वाली कंपनी के शेयर की कीमत बढ़ सकती है क्योकि ज्यादा लोग उनमे निवेश करना चाहते है।

 

डिविडेंड के हानि:

  • डिविडेंड देने से कंपनी के पास नए प्रोजेक्ट में निवेश करने के लिए काम पैसा बचता है।
  • अगर कंपनी की स्थिरता ख़राब हो जाये तो वह डिविडेंड कम या बंद कर सकती है
  • जिनके पास कम शेयर होते है उन्हें डिविडेंड से बहुत कम पैसे मिलते है जो फायदेमंद नहीं होता है।
  • कई देशो में डिविडेंड पर टैक्स लगता है जिससे निवेशकों की आय कम हो जाती है।

 

डिविडेंड के प्रकार Types of Dividend:

डिविडेंड को कई प्रकार में बांटा जा सकता है कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा निवेशकों को बाटने के लिए डिविडेंड के रूप में देती है और यह कई तरीको से दिया जा सकता है आइये जानते है डिविडेंड के मुख्य प्रकार के बारे में।

  1. कैश डिविडेंड Cash Dividend:

यह एक सामान्य प्रकार का डिविडेंड है इसमें कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा सीधे निवेशक के बैंक खाते में नगद के रूप में भेजती है। कैश डिविडेंड का भुगतान कंपनी द्वारा वार्षिक या त्रैमासिक आधार पर किया जाता है।

उदाहरण: यदि किसी कंपनी ने पार्टी शेयर 10 रूपये का कैश डिविडेंड घोसित किया है और आपके पास 100 शेयर है तो आपको कुल 1000 रूपये का कॅश डिविडेंड मिलेगा

 

  1. स्टॉक डिविडेंड Stock Dividend:

स्टॉक डिविडेंड के तहत कंपनी अपने शेयर धारको को अतिरिक्त शेयर प्रदान करती है नगद नहीं, यानी कंपनी आपको नगद भुगतान करने के बजाये आपके मौजूद शेयरों की संख्या को बढ़ा देती है। स्टॉक डिविडेंड तब दिया जाता है जब कंपनी के पास नगद की कमी होती है या वह अपने पैसे को विकास के कार्यो में लगाना चाहती है।

उदाहरण: यदि कंपनी 10% स्टॉक की घोषणा करती है और आपके पास 100 शेयर है तो आपको अतिरिक्त 10 शेयर मिलेगा।

 

  1. सम्पत्ति डिविडेंड Property Dividend:

संपत्ति डिविडेंड में कंपनी नगद या स्टॉक के बजाय निवेशकों को किसी अन्य संपत्ति के रूप में लाभ देती है। यह संपत्ति रियल स्टेट Real Estate या किसी अन्य कंपनी के शेयर भी हो सकते है यह तब दिया जाता है जब कंपनी के पास संपत्ति अधिक होती है और वह उसे निवेशकों में बाटना चाहती है।

 

  1. अंतरिम डिविडेंड Interim Dividend:

अंतरिम डिविडेंड वह होता है जो कंपनी अपने वित्तीय वर्ष के बीच में देती है यानी वार्षिक मुनाफे की घोषणा से पहले यह आमतौर पर तब दिया जाता है जब कंपनी को विश्वास होता है कि उसकी आय साल के अंत में अच्छी होगी।

 

  1. अंतिम डिविडेंड Final Dividend:

अंतिम डिविडेंड वह होता है जो कंपनी अपने वित्तीय वर्षो के अंत में घोसित करती है जब सालाना मुनाफे का हिसाब किताब हो जाता है इसे अंतरिम डिविडेंड से अलग मन जाता है और यह कंपनी की वार्षिक आम बैठक Annual General Meeting AGM में शेयर धारको की सहमति से घोषित किया जाता है।

  1. कैश डिविडेंड Cash Dividend:

यह एक सामान्य प्रकार का डिविडेंड है इसमें कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा सीधे निवेशक के बैंक खाते में नगद के रूप में भेजती है। कैश डिविडेंड का भुगतान कंपनी द्वारा वार्षिक या त्रैमासिक आधार पर किया जाता है।

उदाहरण: यदि किसी कंपनी ने पार्टी शेयर 10 रूपये का कैश डिविडेंड घोसित किया है और आपके पास 100 शेयर है तो आपको कुल 1000 रूपये का कॅश डिविडेंड मिलेगा

 

  1. स्टॉक डिविडेंड Stock Dividend:

स्टॉक डिविडेंड के तहत कंपनी अपने शेयर धारको को अतिरिक्त शेयर प्रदान करती है नगद नहीं, यानी कंपनी आपको नगद भुगतान करने के बजाये आपके मौजूद शेयरों की संख्या को बढ़ा देती है। स्टॉक डिविडेंड तब दिया जाता है जब कंपनी के पास नगद की कमी होती है या वह अपने पैसे को विकास के कार्यो में लगाना चाहती है।

उदाहरण: यदि कंपनी 10% स्टॉक की घोषणा करती है और आपके पास 100 शेयर है तो आपको अतिरिक्त 10 शेयर मिलेगा।

 

  1. सम्पत्ति डिविडेंड Property Dividend:

संपत्ति डिविडेंड में कंपनी नगद या स्टॉक के बजाय निवेशकों को किसी अन्य संपत्ति के रूप में लाभ देती है। यह संपत्ति रियल स्टेट Real Estate या किसी अन्य कंपनी के शेयर भी हो सकते है यह तब दिया जाता है जब कंपनी के पास संपत्ति अधिक होती है और वह उसे निवेशकों में बाटना चाहती है।

 

  1. अंतरिम डिविडेंड Interim Dividend:

अंतरिम डिविडेंड वह होता है जो कंपनी अपने वित्तीय वर्ष के बीच में देती है यानी वार्षिक मुनाफे की घोषणा से पहले यह आमतौर पर तब दिया जाता है जब कंपनी को विश्वास होता है कि उसकी आय साल के अंत में अच्छी होगी।

 

  1. अंतिम डिविडेंड Final Dividend:

अंतिम डिविडेंड वह होता है जो कंपनी अपने वित्तीय वर्षो के अंत में घोसित करती है जब सालाना मुनाफे का हिसाब किताब हो जाता है इसे अंतरिम डिविडेंड से अलग मन जाता है और यह कंपनी की वार्षिक आम बैठक (Annual General Meeting AGM) में शेयर धारको की सहमति से घोसित किया जाता है

 

  1. विशेष डिविडेंड Special Dividend:

विशेष डिविडेंड एक असामान्य डिविडेंड होता है जो केवल विशेष परिस्थिति में दिया जाता है जैसे कि जब कंपनी ने कुछ असाधारण लाभ कमाए हो या कोई विशेष संपत्ति बेची हो।

यह नियमित डिविडेंड से अलग होता है और आमतौर पर केवल एक बार दिया जाता है।

 

डिविडेंड की गणना कैसे की जाती है?

डिविडेंड यील्ड की गणना करना बहुत सरल है। आप इसे इस फॉर्मूले से निकल सकते है।

डिविडेंड यील्ड (%) = (वार्षिक डिविडेंड प्रति शेयर /शेयर की कीमत) *100

इस फॉर्मूले के अनुसार कंपनी द्वारा दिए गए वार्षिक डिविडेंड को शेयर की वर्तमान बाजार कीमत से विभाजित किया जाता है और इसे 100 से गुणा करके प्रतिशत के रूप में दिखाया जाता है।

 

उदहारण: मान लीजिये कि कंपनी का शेयर 200 रूपये का है और प्रति शेयर 10 रूपये का वार्षिक डिविडेंड दे रही है। अब डिविडेंड यील्ड की गणना इस प्रकार होगी।

डिविडेंड यील्ड = (10/200) * 100 = 5%

इस उदाहरण में डिविडेंड यील्ड 5% है। इसका मतलब है कि यदि आप इस कंपनी में निवेश करते है तो आपको आपके निवेश पर 5% वार्षिक रिटर्न होगा।

 

सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर कौन से है?

भारत में 2024 के लिए कुछ सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर निम्नलिखित है:

Indian Oil Corporation (IOC): इस कंपनी का डिविडेंड यील्ड लगभग 14.94% है। यह ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी है और इसके पास देशभर में 32000 से अधिक पेट्रोल पम्प है यह उच्च डिविडेंड यील्ड के कारन निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प है।

 

Vedanta LTD:

इस कंपनी का डिविडेंड यील्ड लगभग 10.90% है या मेटल्स और माइनिंग सेक्टर में सक्रिय है और दुनिया की सबसे बड़ी ज़िंक, लीड और सिल्वर उत्पादक कंपनियों में से एक है।

Coal India:

कोल इंडिया का डिविडेंड यील्ड 8.25% है यह कोल उत्पादन में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है और देश भर की कोयले की मांग का 83% पूरा करती है।

Hindustan Zinc Ltd:

इसका डिविडेंड यील्ड 7.16% है यह जिंक, लीड  और सिल्वर के उत्पादन में भारत की प्रमुख कंपनी है और देश की जिंक मार्किट में इसका 75% हिस्सा है।

Indus Tower:

इंडस टावर्स का डिविडेंड यील्ड 7.62% है यह भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम टावर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है जो विभिन्न मोबाइल ऑपरेटर्स के लिए टावर्स और संचार ढांचे का प्रबंधन करती है।

यह कम्पनिया निवेशकों के लिए नियमित आय का स्रोत प्रदान करती है और उनके पास स्थिर डिविडेंड देने का इतिहास है।

 

डिविडेंड को कैसे चेक करे?

यदि आप किसी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म जैसे Zerodha, Groww, Upstox का उपयोग करते है तो वहां पर कंपनी की प्रोफाइल में डिविडेंड इतिहास और डिविडेंड यील्ड की जानकारी मिल सकती है।

BSE और NSE की वेबसाइट पर आप कंपनी सर्च कर सकते है और वहां Corporate Announcement सेक्शन में जाकर डिविडेंड से जुडी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

 

BSE India

NSE India

 

निष्कर्ष Conclusion:

निवेशकों को किसी कंपनी के शेयर से मिलने वाले लाभ को समझने में मदद करता है। यह न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति का संकेत देता है बल्कि यह भी बताता है कि निवेशक को अपने निवेश से कितनी नियमित आय की उम्मीद हो सकती है।

अगर आप निवेश एक समझदार निवेशक बनना चाहते है तो डिविडेंड यील्ड को समझना और उसे सही तरीके से उपयोग करना आपकी सफलता के लिए जरूरी है।

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